Ayman al-Zawahiri killed: बिन लादेन के बाद आतंकवादी संगठन अल कायदा की कमान संभालने वाला अल जवाहिरी अमेरिकी ड्रोन स्ट्राइक में मारा गया। उसके अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में एक मकान में छिपे होने की सूचना पर सीआईए ने यह ऑपरेशन पूरा किया।
हाइलाइट्स
- अमेरिकी राष्ट्रपति ने ट्वीट करके अल जवाहिरी की मौत की पुष्टि की
- राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपने ट्वीट में कहा, इंसाफ हो गया
- अल जवाहिरी पर अमेरिका में हुए कई हमलों का आरोप था
जवाहिरी के सिर पर हजारों अमेरिकियों के खून का इल्जाम था। साल 2001 के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हमले के बाद अमेरिकी फौजों ने अल कायदा की घेराबंदी शुरू की। चूहों की तरह सुरंगों और पहाड़ी बंकरों में छिपने में माहिर जवाहिरी और अल कायदा का मोस्ट वॉटेड मुखिया बिन लादेन अफगानिस्तान से बच निकले।
लादेन भी आधी रात को मारा गया
बिन लादेन इसके 10 साल बाद 2001 में पाकिस्तान के एबटाबाद में मारा गया। उसे भी अमेरिकी फौजों ने आधी रात को हुए एक सर्जिकल स्ट्राइक में ढेर कर दिया। लेकिन अमेरिका की नजर में इंसाफ अभी अधूरा था। इन गुनाहों में उसका बराबर का हिस्सेदार, पेशे से सर्जन और मिस्र का नागरिक अयमान अल जवाहिरी आजाद था। बिन लादेन के बाद अल कायदा की कमान उसके हाथों में थी।
दो महीने पहले दी थी धमकी
हाल ही में अयमान अल जवाहिरी ओसामा बिन लादेन की मौत की 11वीं बरसी पर पहले से रिकॉर्ड किया गया एक वीडियो जारी किया है। इस वीडियो में अल जवाहिरी ने अमेरिका के खिलाफ जमकर जहर उगला है। उसने कहा कि अमेरिका कमजोर हो गया है और वह अपने पतन की ओर बढ़ रहा है।
कश्मीर पर भी बोला था जवाहिरी
कुछ दिन पहले जारी एक और वीडियो में अल-कायदा प्रमुख अयमान अल-जवाहिरी ने जम्मू और कश्मीर मुद्दे पर भारत का समर्थन करने के लिए अरब देशों की आलोचना की थी। उसने अपने वीडियो में कश्मीर की तुलना फिलीस्तीन से करते हुए भारत के खिलाफ जमकर बयानबाजी की। जवाहिरी ने अपने वीडियो में इजरायल और भारत की तुलना करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा था। इस वीडियो में हिजाब के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे लोगों और सांप्रदायिक हिंसा के शिकार हुए लोगों को भी दिखाया गया था।
लेकिन इस बयान के जारी होने के लगभग दो महीने बाद अयमान अल जवाहिरी खुद अमेरिकी ड्रोन हमले का शिकार हो गया। जवाहिरी की मौत के अल कायदा की कमर बुरी तरह से टूट गई है। उसकी मौत से तमाम बेगुनाहों की मौत का इंसाफ तो हुआ लेकिन अल कायदा की तर्ज पर आगे बढ़ रहे आईएसआईएस जैसे आतंकवादी संगठन अभी फल फूल रहे हैं। उन्हें रोक पाना पूरी दुनिया के लिए एक चुनौती है।
Post a Comment