लोगों को भेजे जा रहे लाखों रूपए बकाया राशि के बिल, दिए गए नोटिस


भोपाल।
भेल नगर प्रशासन विभाग द्वारा उपनगरी के व्यापारियों को भेजे जा रहे लाखों रूपए बकाया राशि के बिल। जिसका विरोध कई सालों से दो मुख्य मार्केट व 15 सेक्टर मार्केट के 1500 सौ से अधिकव्यापारी कर रहे हैं। वित्तीय वर्ष समापन को लेकर जब लाखों के बकाया राशि के बिल जमा नहीं होने पर नोटिस मिला तो शनिवार को सभी व्यापारियों ने भेल व्यापारी महासंघ के साथ मिलकर भेल नगर प्रशासक कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन भी किया।

अफसरों की मनमानी

संघ के अध्यक्षहरीश खंडेलवाल ने बताया कि भेल प्रबंधन के अफसर मनमानी पर उतारू हैं। दुकानों पर बकाया राशि के नोटिस चस्पा कर धमकी दे रहे हैं राशि जमा न होने की स्थिति में उन्हें बेदखल कर दिया जाएगा। भेल की शॉप पॉलिसी में 3900 गुना किराए में एक तरफा वृद्धि की गई। जिसका विरोध लंबे समय से चल रहा है। व्यापारी वर्ग इस पॉलिसी को इंकार कर चुका है। उन्होंने बताया कि दिल्ली में केन्द्र सरकार के मंत्री और अफसरों के बीच सांसद, विधायक के माध्यम से निरंतर संवाद हो रहा है, लेकिन भेल बार-बार नोटिस देकर अपनी मनमानी कर रहा है। विरोध में सचिव मदन बलानी, देवेन्द्र जैन लालू, राधेश्याम गर्ग, विजय वाथवी, दीपक कौशल, नफीस भाई अशोक अग्रवाल, नरेश परोलिया जिम्मेदारी पदाधिकारियों के नेतृत्व में व्यापारी एक जुट खड़ा है।

गौरतलब है कि भेल नगर प्रशासन विभाग द्वारा अपनी मनमानी करते हुए नई शॉप पॉलिसी करीब सात साल पहले लागू कर दी थी। जबकि टाउनशिप में आधे आवासों के टूटने व कर्मचरियों के घटने से सभी सेक्टर मार्केट तो गोदाम बन चुके है। ऐसे में नई पॉलिसी में किराए की राशि में कई गुना वृद्धि कर व्यापारियों को परेशान किया जा रह है। व्यापारी वर्ग का कहना है कि हम लोग पूर्व की किराया राशि के आधार पर भेल प्रबंधन को दुकानों की किराया राशि सहित अन्य मद में करों को निरंतर भर रहे है। इधर भेल प्रशासन लगागार बढ़े हुए बिल भेज रहा है, जिससे अब बकाया राशि 3 से 5 लाख और इससे भी ज्यादा आ रही है।

दिल्ली कॉरपोरेट की गाइड लाइन तहत बिल भेजे जा रहे है। इसमें दुकानदारों की बकाया राशि को लेकर भी निर्णय हमारे हाथ में नहीं है। वह कॉरपोरेट स्तर पर ही होना है।- एसबी सिंह, भेल, नगर प्रशासक


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