टीम इंडिया के पूर्व कप्तान एम एस धोनी मैदान के अंदर और बाहर अपने कूल अंदाज के लिए जाने जाते हैं। धोनी अपनी ही दुनिया में मस्त रहते हैं और कम ही मौकों पर उन्हें लोगों के साथ घुलते-मिलते हुए देखा गया है। आलम ये है कि अगर धोनी क्रिकेट नहीं खेल रहे होते हैं तब वो कहां हैं इस बात का पता लगाना उनके साथी खिलाड़ियों के लिए भी मुश्किल रहता है। धोनी अपने शानदाव व्यक्तित्व को लेकर तो फेमस है हीं लेकिन अपने टीम के साथियों या फिर अन्य किसी भी इंसान का फोन नहीं उठाने के लिए भी वो काफी 'प्रसिद्ध' हैं।
धोनी ने इंडिया टुडे के साथ बातचीत के दौरान इस बात का खुलासा किया था कि वो फोन कॉल का जवाब क्यों देते हैं। धोनी ने कहा था, 'मैं और टेक्नोलॉजी में एक बड़ा अंतर है। हम दोनों साथ नहीं हो पा रहे हैं। मैं फोन का इतना अधिक उपयोग नहीं करता और ऐसी बहुत सी कहानियां हैं कि मैं फोन नहीं उठाता हूं।
धोनी ने आगे कहा, 'मैं टेक्नोलॉजी का उपयोग भी करता हूं। जब मुझे कुछ वीडियो दिखाए जाते हैं, कि क्या मैं सही तरीके से खेल रहा हूं या नहीं। हमें टेक्नोलॉजी का सही इस्तेमाल करना होगा।' बता दें कि 6 जनवरी 2015 को जब धोनी की बेटी जीवा का जन्म हुआ तब वो विदेश में विश्वकप खेल रहे थे। धोनी की पत्नी साक्षी ने तब सुरेश रैना को फोन किया था और तब जाकर उन्होंने धोनी को बेटी होने की खुशखबरी दी थी।
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इसके अलावा वीरेंद्र सहवाग ने कैप्टन कूल से जुड़ा एक मजेदार किस्सा शेयर किया था। वीरेंद्र सहवाग ने कहा था कि BCCI सेक्रेटरी का भी धोनी फोन नहीं उठाते थे जिसके चलते उन्हें BCCI सेक्रेटरी की तरफ से फोन दिया गया था और कहा गया था कि इसे आप अपने पास रखें इसपर केवल हमारा ही कॉल आएगा।
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बता दें कि धोनी के मैनेजर अरुण पांडे धोनी की जगह फोन रखते हैं। बीसीसीआई या फिर उनके किसी दोस्त को अगर धोनी से संपर्क करना होता है तब अरुण पांडे के जरिए ही धोनी से संपर्क किया जाता है। ये भी कहा जाता है कि धोनी को फोन से काफी ज्यादा डिस्ट्रेक्शन होती है इस कारण वो फोन को अपने साथ नहीं रखते हैं।
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