Pandav Nagar Delhi Murder Case: श्रद्धा मर्डर केस से मिलती-जुलती एक और वारदात दिल्ली में हुई है। मां-बेटे ने मिलकर एक शख्स की हत्या की। लाश के टुकड़े फ्रिज में रखे और एक-एक करके उन्हें ठिकाने लगाया।
हाइलाइट्स
- जून 2022 में दिल्ली के पांडव नगर से मिले थे शव के टुकड़े
- छह महीने बाद अब जाकर दिल्ली पुलिस ने सॉल्व किया केस
- मृतक की पहचान अंजन दास के रूप में हुई, आरोपी अरेस्ट
- पत्नी पूनम और सौतेले बेटे दीपक ने मिलकर अंजन को मारा
लाश किसकी है? कत्ल क्यों हुआ?
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक महिला और उसके बेटे को अरेस्ट किया है। मां का नाम पूनम और बेटे का नाम दीपक है। पुलिस का कहना है कि जिसके टुकड़े मिले, वह शव अंजन दास का था। पूनम, अंजन की पत्नी है और दीपक मृतक का सौतेला बेटा। पुलिस की तफ्तीश बताती है कि अंजन दास न सिर्फ शराबी थी, बल्कि कई महिलाओं से अवैध संबंध रखता था। मां-बेटे उससे तंग आ गए थे। घर में अक्सर लड़ाई होती थी। यह भी कहा जा रहा है कि अंजन अपनी बहू और दीपक की पत्नी पर गंदी नजर रखता था। मई 2022 में दोनों ने आखिरकार अंजन दास को मौत की नींद सुलाने का फैसला किया।
हत्या कैसे की? लाश को ठिकाने कैसे लगाया?
पुलिस के मुताबिक, अंजन दास को शराब में नशे की गोलियां मिलाकर पिला दी गईं। जब वो होश खोने लगा तो हत्या कर दी गई। मां-बेटे ने मिलकर अंजन की लाश के कई टुकड़े किए। लाश के टुकड़े फ्रिज में रखे गए ताकि सड़े नहीं और बदबू बाहर न आए। मां और बेटा रोज लाश का एक टुकड़ा बैग में डालते और पास के मैदान में फेंक आते। कई दिन तक यह सिलसिला चला।
पुलिस कातिलों तक कैसे पहुंची?
पुलिस के पास केस वर्कआउट करने को ज्यादा सुराग नहीं थे। सीसीटीवी फुटेज में चेहरे साफ नहीं थे। आसपास के दर्जनों कैमरों की फुटेज खंगाली गई। एक पैटर्न उभरा तो मैदान के आसपास लोगों से पूछताछ की गई। धीरे-धीरे पुलिस पूनम और दीपक तक पहुंची। दोनों को अरेस्ट कर लिया गया है। पुलिस अब इन दोनों के डीएनए का लाश के टुकड़ों से मैच कराएगी।
श्रद्धा केस से कितना मिलता-जुलता है यह मर्डर?
पांडव नगर का यह मामला महरौली के श्रद्धा वॉल्कर हत्याकांड से काफी मिलता-जुलता है। दोनों की टाइमलाइन लगभग एक जैसी है। श्रद्धा और अंजन, दोनों का मर्डर मई में हुआ। दोनों ही मामलों में, लाश के टुकड़े घर के भीतर किए गए और फिर उन्हें फ्रिज में रखा गया। पुलिस के अनुसार, श्रद्धा केस में आरोपी आफताब ने शव को ठिकाने बेहद सावधानी से, कई महीनों में ठिकाने लगाए। इधर, पूनम और दीपक ने हत्या के कुछ दिन बाद ही लाश के टुकड़े फेंक दिए। श्रद्धा केस का आरोपी आफताब फिलहाल तिहाड़ जेल में बंद है। अंजन दास मर्डर केस में अब पुलिस आरोपियों को कोर्ट में पेश करेगी।
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