इन 10 तस्वीरों में है तगड़ा झोल, समझने के लिए दौड़ाना पड़ेगा दिमाग!

सच जानने के लिए सिर्फ आंखें नहीं खुली रखनी पड़ती, बल्कि कई पहलूओं पर नजर भी मारनी होती है। अब इन तस्वीरों को ही ले लीजिए। पहली नजर में जो आपको दिखेगा, असल में तस्वीर उस बारे में है ही नहीं! इसलिए इन्हें ध्यान से देखिए और समझिए आखिर फोटो क्या कह रही है।

  • जिन्हें कबूतर समझ रहे हैं, वो लाइट्स हैं!

    जिन्हें कबूतर समझ रहे हैं, वो लाइट्स हैं!

    हम जिंदगी में आसानी से धोखा खा जाते हैं। तभी तो बड़े-बुजुर्ग कहते हैं कि इंसान को पहचानना सीखो। लेकिन ये तजुर्बा भी वक्त के साथ आता है। वैसे गलती हमारी भी है, जो दिखता है... हम उसे सच मान भी लेते हैं। थोड़ा सा भी सोच-विचार करने की कोशिश नहीं करते। लेकिन सच जानने के लिए सिर्फ आंखें नहीं खुली रखनी पड़ती, बल्कि कई पहलूओं पर नजर भी मारनी होती है। अब इन तस्वीरों को ही ले लीजिए। पहली नजर में जो आपको दिखेगा, असल में तस्वीर उस बारे में है ही नहीं! इसलिए इन्हें ध्यान से देखिए और समझिए आखिर फोटो क्या कह रही है।

     
  • आईला! मिस्टर इंडिया, सामने शीशा है, जहां कोई खड़ा है

    आईला! मिस्टर इंडिया, सामने शीशा है, जहां कोई खड़ा है

  • ये आंखों का छलावा नहीं, सच है गुरू...

    ये आंखों का छलावा नहीं, सच है गुरू...

  • सब टाइमिंग का खेल है बाबू भैया!

    सब टाइमिंग का खेल है बाबू भैया!

  • कोई बताएगा कि ये कुत्ता किधर देख रहा है?

    कोई बताएगा कि ये कुत्ता किधर देख रहा है?

  • आसमान और दीवार का महीन फर्क

    आसमान और दीवार का महीन फर्क

  • सब टाइमिंग का खेल है बंधू...

    सब टाइमिंग का खेल है बंधू...

  • जरा एक नजर शीशे पर तो मारिए...

    जरा एक नजर शीशे पर तो मारिए...

  • आलू नहीं, मूंगफली का दाना है ये

    आलू नहीं, मूंगफली का दाना है ये

  • ये है फोटोग्राफर की क्रिएटिविटी...

    ये है फोटोग्राफर की क्रिएटिविटी...

    All images source: nowiveseeneverything

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