पूर्व भारतीय क्रिकेटर और मौजूदा कमेंटेटर आकाश चोपड़ा (Aakash Chopra) को लगता है कि वेस्टइंडीज के खिलाफ निराशाजनक प्रदर्शन के बाद ईशान किशन (Ishan Kishan) से उनके स्ट्राइक रेट को लेकर सवाल किए जाएंगे। ईशान किशन को वेस्टइंडीज के खिलाफ तीनो मैचों की टी-20 सीरीज के दौरान ओपनिंग करने का मौका मिला था और उन्होंने सीरीज में निराशाजनक प्रदर्शन करते हुए 35, 2 और 34 का स्कोर बनाया। जहां, तीन में से दो पारियों का स्ट्राइक रेट 100 से नीचे का था, जो कि इस युवा खिलाड़ी की बल्लेबाजी शैली के पूरी तरह से विपरीत है।ईशान किशन ने तीसरे टी 20 इंटरनेशनल में अपनी स्ट्राइक रेट में सुधार करने की कोशिश की, जहां उन्होंने 31 गेंदों में 34 रनों की पारी खेली, जिसमें पांच चौके शामिल थे, लेकिन यह भी काफी धीमी पारी थी।
ईशान किशन अपने काम को बखूबी नहीं कर पा रहे हैं
आकाश चोपड़ा ने अपने यूट्यूब चैनल पर बोलते हुए कहा कि ईशान किशन को एक विस्फोटक सलामी बल्लेबाज की भूमिका सौंपी गई है लेकिन वो इस काम को नहीं कर पा रहे हैं। उनपर बहुत दबाव था। उन्होंने कहा कि ईशान किशन के स्ट्राइक रेट पर सवाल उठना लाजमी है, उन्होंने 83 गेंदों का सामना किया और तीन मैचों में 85.54 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए।
आकाश चोपड़ा ने कहा, 'ईशान किशन पर फिर दबाव होगा। उन्होंने अच्छी बल्लेबाजी की लेकिन स्ट्राइक रेट अभी भी सवालों के घेरे में है। उस पर बार-बार सवाल उठाए जाएंगे क्योंकि वह लेफ्ट-राइट कॉबिंनेशन और अपने विस्फोटक अंदाज में बल्लेबाजी करने के कारण खेल रहा है लेकिन वह उस काम को करने में सक्षम नहीं हो पा रहा है।'
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आकाश चोपड़ा जाने जाते थे धीमी बल्लेबाजी के लिए
आकाश चोपड़ा ने भारत के लिए 10 टेस्ट मैच खेले थे जिसमें उनके बल्ले से 34.6 की स्ट्राइक रेट से सिर्फ 437 रन निकले थे। वहीं आकाश चोपड़ा को आईपीएल में केकेआर टीम से भी खेलने का मौका मिला। टी-20 क्रिकेट में आकाश चोपड़ा ने 7 मैच खेले जहां 74.65 की स्ट्राइक रेट से महज 53 रन बनाए थे। घरेलू क्रिकेट में भी आकाश चोपड़ा की स्ट्राइक रेट कुछ खास नहीं था।
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