मशहूर लेखक और गीतकार जावेद अख्तर और हनी ईरानी के बेटे फरहान को बॉलीवुड का ऑलराउंडर कहें तो गलत नहीं होगा। फरहान अख्तर ने महज 17 साल की उम्र में असिस्टेंट डायरेक्टर के रूप में काम करना शुरू कर दिया था। उन्होंने साल 1991 में फिल्म लम्हे में बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर अपने करियर की शुरुआत की थी। मगर उन्हें इंडस्ट्री में असली पहचान 2001 में मिली।
साल 2001 में उन्होंने फिल्म 'दिल चाहता है' से डायरेक्शन में डेब्यू किया था। यह फिल्म कल्ट क्लासिक मानी जाती है। उन्होनें अपने एक इंटरव्यू में बताया था कि उन्होंने जब कॉलेज खत्म कर लिया था तब वह घर पर दो साल तक बैठे रहे थे। घर पर वो केवल फिल्में देखा करते थे। इस बात से उनकी मां काफी परेशान हो गई, इस बात पर उनकी मां ने उन्हें घर से निकालने की धमकी दे डाली। इस धमकी का उनपर ऐसा असर पड़ा कि उन्होंने 'दिल चाहता है' फिल्म को डायरेक्ट किया। इसके बाद फरहान अख्तर ने साल 2004 में फिल्म ‘लक्ष्य’ का डायरेक्शन किया। ये दोनों फिल्में इतनी हिट हो गई कि फरहान की खूब तारीफ होने लगी।
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