BrahMos Missiles: भारत से ब्रह्मोस मिसाइल खरीद रहा फिलीपींस, 37.5 करोड़ डॉलर की डील पर लगी मुहर


भारत और फिलीपींस के बीच आज ब्रह्मोस सुपरसोनिक एंटी-शिप क्रूज मिसाइल सौदा हो गया है। फिलीपींस की नौसेना के लिए सुपरसोनिक मिसाइलों की खरीद को लेकर दोनों देश सौदे पर हस्ताक्षर किए गए। अधिकारियों द्वारा बताया गया है कि फिलीपींस की नौसेना के लिए सुपरसोनिक मिसाइलों की खरीद को लेकर आज दोनों देश 375 मिलियन अमेरिकी डॉलर के सौदे पर हस्ताक्षर किए गए। इस मौके पर फिलीपींस के शीर्ष रक्षा अधिकारी मौजूद रहे, जबकि भारत का प्रतिनिधित्व ब्रह्मोस के सीईओ अतुल डी राणे, डिप्टी सीईओ संजीव जोशी, लेफ्टिनेंट कर्नल आर नेगी और प्रवीण पाठक ने किया है। ब्रह्मोस मिसाइल के लिए यह पहला विदेशी ऑर्डर है। रिपोर्टों के मुताबिक ब्रह्मोस को लेकर दक्षिण पूर्व एशिया के कुछ और देशों के साथ बातचीत की जा रही है।

तटीय रक्षा रजिमेंट में होगी तैनात
यह सौदा क्वेजोन सिटी में फिलीपींस के राष्ट्रीय रक्षा विभाग में आयोजित होने वाले एक कार्यक्रम में किया गया। समारोह में भाग लेने वालों में फिलीपींस के रक्षा सचिव डेल्फ़िन लोरेंजाना भी शामिल हुए है। फिलीपींस के साथ 375 मिलियन अमरीकी डालर का समझौते हुआ है। इस मौके पर ब्रह्मोस के सीईओ अतुल डी राणे, डिप्टी सीईओ संजीव जोशी, लेफ्टिनेंट कर्नल आर नेगी और प्रवीण पाठक उपस्थित रहे। फिलीपींस की नौसेना के तटीय रक्षा रेजिमेंट में सबसे पहले ब्रह्मोस मिसाइल की तैनाती की जाएगी।

ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइल की खूबियांं
— ब्रह्मोस सुपरसोनिक एंटी-शिप क्रूज मिसाइल 350 से 400 किलोमीटर तक प्रहार कर सकती है।
— दूरी पर खडे़ दुश्मन का काम तमाम किया जा सकता है।
—मिसाइल 2.8 मैक यानी ध्वनि की गति से लगभग 3 गुना गति से दागी जा सकती है।
— इसका हाल ही में एक नया वर्जन भी टेस्ट किया गया था।
— 20 जनवरी को ओडिशा के तट पर किया गया ये परीक्षण सफल रहा।
— तकनीकी लिहाज से मिसाइल नई खूबियों से लैस है।
— ब्रह्मोस की खासियत यह है कि इसे पनडुब्बी, युद्धपोत, प्लेन या जमीन पर स्थित प्लेटफॉर्म कहीं से भी लॉन्च किया जा सकता है।


यह भी पढ़ें
- चीन की धमकी से डरा पाकिस्तान, चीनी इंजीनियरों को देना पड़ेगा अरबों का मुआवजा


चीन की बढ़ेगी परेशानी
बताया जा रहा है कि फिलीपींस का दक्षिण चीन सागर में चीन के साथ विवाद है। बीते कुछ महीनों से चीन के साथ जलक्षेत्र को लेकर काफी तनाव बढ़ गया है। जिस जलक्षेत्र को फिलीपींस अपना बताता है, वहां कई महीनों से चीनी जहाज डेरा डाले बैठे हैं। इस लिहाज से इस सौदे की अहमियत बढ़ जाती है।

यह भी पढ़ें - इंसान में लगाई जाएगी चिप, दिमाग से चलाएगा स्मार्टफोन

ब्रह्मोस एयरोस्पेस के लिए किया था अनुबंध
आपको बता दे कि 14 जनवरी को फिलिपीन ने अपनी नौसेना के लिए तट पर तैनात होने वाली जहाज रोधी मिसाइलों की आपूर्ति को लेकर ब्रह्मोस एयरोस्पेस के साथ 37.5 करोड़ डॉलर का अनुबंध किया था।

Posted from: this blog via Microsoft Power Automate.

Post a Comment

Previous Post Next Post